Thursday, September 19, 2024
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पौधे से चाहिए लाल-लाल टमाटर तो इन चीजों का करें इस्तेमाल, होगी तगड़ी कमाई 

Tamatar Ki Kheti: आमतौर पर किसान टमाटर की खेती सालभर में दो बार करते हैं। टमाटर की खेती जुलाई-अगस्त से फरवरी-मार्च तक और नवंबर-दिसंबर से जून-जुलाई तक की जाती है। टमाटर की खेती करने के लिए किसान सबसे पहले बीजों से नर्सरी तैयार करते हैं। करीब एक महीने के भीतर नर्सरी के पौधे खेतों में उगाने के लायक बन जाते हैं। बता दें कि एक हेक्टेयर भूमि पर लगभग 15,000 पौधे उग सकते हैं। दूसरी ओर, टमाटर खेत में बोने के दो से तीन महीने बाद ही फल देने लगते हैं। साथ ही टमाटर की इस फसल से किसान लगभग 9 से 10 महीने तक कमाई कर सकते हैं। 

टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) करने वाले किसान पौधे से लाल-लाल और अच्छे टमाटर की निकलने की उम्मीद करते हैं। हालांकि, कई बार कुछ गलतियों की वजह से उनकी फसल उन्हें निराश कर देती है। यदि आप भी टमाटर की खेती करते हैं और आपके टमाटर के पौधे भी अच्छे नहीं मिलते, तो आपको अपने खेत में उचित समय पर और सही खाद डालने की आवश्यकता है। 

 इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि टमाटर के खेती (Tamatar Ki Kheti) के लिए सबसे अच्छा खाद कौन-सा है और खाद कब डालना चाहिए।

Tamatar Ki Kheti
Image Credit: Kisan Samvad Tv

टमाटर के पौधे में खाद क्यों डालना चाहिए?

  • टमाटर के पौधे में खाद का उपयोग करने से टमाटर की पैदावार बढ़ती है। 
  • यदि आप टमाटर के पौधे में खाद का उपयोग करते हैं, तो अच्छा फल आएगा। 
  • टमाटर के पौधे में उचित समय पर अच्छा उर्वरक उपयोग करने पर स्वस्थ पौधे पैदा होंगे, जो स्वादिष्ट फल देंगे।

Tamatar Ki Kheti के लिए बेस्ट खाद व उर्वरक कौन से हैं?

  • वर्मीकम्पोस्ट (Vermicompost): वर्मीकम्पोस्ट टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) के लिए काफी अच्छा खाद है। यह खाद न केवल मिट्टी को जटिल पोषक तत्व प्रदान करती है, बल्कि विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीव भी प्रदान करती है। यह उर्वरक टमाटर के पौधों को पोषक तत्वों को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में भी मदद करता है।
  • अंडे के छिलके (Egg Shells): अगर आप अंडे खाते हैं तो जाहिर सी बात है कि उसके छिलके भी आपकी किचन में पड़े रहते होंगे। आप अंडे के छिलके का पाउडर के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। यह टमाटर के पौधे के लिए वरदान माना जाता है। बता दें कि अंडे का छिलका बेहद आवश्यक कैल्शियम बूस्ट प्रदान करता है। साथ ही अंडे के छिलके टमाटर के पौधे को सिरे से सड़ने नहीं देता। 
  • नत्रजन उर्वरक (Nitrogen Fertilizer): टमाटर की अच्छी खेती (Tamatar Ki Kheti) के लिए आप नत्रजन उर्वरक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि रोपाई से पहले टमाटर में नाइट्रोजन मिलाने से उन्हें बढ़ने में मदद मिलती है।
  • मछली इमल्शन (Fish Emulsion): टमाटर की अच्छी खेती (Tamatar Ki Kheti) पाने के लिए आप मछली के इमल्शन जैसे जैविक उर्वरक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह एन-पी-के तत्वों के साथ-साथ सल्फर, मैग्नीशियम और कैल्शियम में सबसे अच्छा होता है।

टमाटर के पौधे को कब खाद देना चाहिए? 

Tamatar Ki Kheti
Image Credit: Kisan Samvad Tv

टमाटर के बीजों को उगने के लिए ज्यादा खाद या उर्वरक की जरूरत नहीं पड़ती। स्वस्थ, संतुलित मिट्टी में उगाए जाने पर टमाटर के पौधे अच्छी तरह विकसित होते हैं। एक बार जब आपके टमाटर फल देना शुरू कर दें, तो आप हर 10 से 14 दिनों में मिट्टी में उर्वरक डाल सकते हैं।

इसके साथ ही टमाटर के रोपण के वक्त मिट्टी के साथ खाद डाल सकते हैं। हालांकि, ध्यान रहे कि खाद के मिश्रण को रोपण छेद के नीचे डाले। यह क्योंकि यह टमाटर के पौधे की जड़ों को जला सकते हैं। फिर आपको पौधे में टमाटर आने के बाद खाद डालने की आवश्यकता होती है।

खाद डालते समय इन बातों का ध्यान रखें 

जब टमाटर का पौधा अंकुरित हो जाएं, तब आप उसमें खाद डालें। टमाटर के पौध में जब लगभग दो जोड़ी असली पत्तियां हों, तो पानी देते वक्त आप तरल खाद लगा सकते हैं। हालांकि, इस दौरान खाद डालने में थोड़ी सावधानी बरतनी जरूरी है। यदि आप टमाटर के पौधे में ज्यादा खाद डाल देंगे तो ये आसानी से जल सकते हैं। खाद को पौधे के तने पर लगने से बचाने के लिए आपको नीचे से पानी डालना है।

Tamatar Ki Kheti के लिए मिट्टी की जरूरत

चिकनी मिट्टी और रेतीली मिट्टी टमाटर उगाने के लिए उपयुक्त होती है, टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) के लिए सबसे अच्छी मिट्टी अच्छी जल निकासी वाली रेतीली मिट्टी होती है। उत्पाद की गहराई 15-20 सेमी होनी चाहिए। बेहतर जड़ें जमाने और लवणीय मिट्टी में बेहतर प्रदर्शन के लिए इसकी गहरी जुताई करनी चाहिए। टमाटर आमतौर पर ऐसी फसलें हैं जो उच्च पीएच या उच्च स्तर की अम्लता और क्षारीयता को सहन करती हैं।

टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) के लिए 5.5 से 6.8 का पीएच सामान्य है। साथ ही पर्याप्त पोषक तत्वों के साथ अम्लीय मिट्टी में टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) सबसे अच्छी होती है। टमाटर आमतौर पर 5.5 पीएच वाली अम्लीय मिट्टी को बिना नमक के सहन कर लेते हैं। मिट्टी में पर्याप्त हवा और पानी है। गीली मिट्टी जो कार्बनिक पदार्थों से भरपूर और पोषक तत्वों से भरपूर होती है, इमली उगाने के लिए उपयुक्त नहीं होती है। वहीं, खनिज युक्त मिट्टी के साथ कार्बनिक पदार्थ मिलाने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।

निष्कर्ष 

टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) करने वाले किसान पौधे से लाल-लाल और अच्छे टमाटर की निकलने की उम्मीद करते हैं। लेकिन, कई बार कुछ गलतियों की वजह से उनकी फसल उन्हें निराश कर देती है। अगर आप भी टमाटर की खेती करते हैं और आपके टमाटर के पौधे भी अच्छे नहीं मिलते, तो आपको अपने खेत में उचित समय पर और सही खाद डालने की आवश्यकता है। 

इस आर्टिकल में हमने आपको टमाटर के खेती (Tamatar Ki Kheti) के लिए सबसे अच्छे खाद के बारे में बताया है। साथ ही यह भी बताया है कि टमाटर के खेती (Tamatar Ki Kheti) में खाद कब डालना चाहिए। आर्टिकल में बताई गई टिप्स को फॉलो करके आप अपनी  टमाटर की खेती (Tamatar Ki Kheti) अच्छी कर सकते हैं और तगड़ी कमाई कर सकते हैं। 

उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। खेती से जुड़ी अधिक जानकारी लेने के लिए आप हमारे यूट्यूब चैनल से भी जुड़ सकते हैं।

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