Thursday, September 19, 2024
Homeप्रगतिशील किसानसफल किसान बनने के लिए जरूर अपनाएं ये बातें, वरना कृषि उद्योग...

सफल किसान बनने के लिए जरूर अपनाएं ये बातें, वरना कृषि उद्योग में लगेगा झटका

कृषि उद्योग में कैसे करें मुनाफा, हर सफल किसान अपनाता है ये जरूरी बातें

अपने भारत देश में कृषि एक ऐसा व्यवसाय है जिस पर 50% से ज्यादा लोग निर्भर हैं। हालांकि जितनी संख्या में लोग खेती व्यवसाय में जुड़े हैं, उतना उत्पादन देखने को नहीं मिलता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में ऐसे किसानों की संख्या भी बढ़ी है जिन्होंने खेती करके लाखों-करोड़ों में कमाई की है। लेकिन ऐसा वो इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि इन किसानों ने खेती किसानी की नई तकनीकों और वित्तीय मैनेजमेंट को समझा है। आइए आपको बताते हैं कि कृषि उद्योग में कैसे सफल किसान बना जा सकता है।

कोई भी अगर कृषि उद्योग में आना चाहता है तो उसे इसे एक बिजनेस की तरह लेना होगा। व्यक्ति को कृषि की ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करनी होगी। नई नई तकनीक से लेकर नेटवर्किंग बनानी होगी। फसल उत्पादन से लेकर फसल को बेचने तक जो जो प्रक्रियाएं होती हैं उन सबमें पारंगत होना होगा और ये कोई साइंस रॉकेट नहीं है। मेहनत और धीरे धीरे होने वाले अनुभव के अनुसार किसान एक सफल किसान बन सकता है।

कृषि एजुकेशन

कृषि एजुकेशन

जिस तरह हम कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उसके बारे में पढ़ते हैं और रिसर्च करते हैं। उसी तरह कृषि की भी पूरी एजुकेशन लेनी जरूरी है। क्योंकि खेतीबाड़ी साल भर का काम है। हर सीजन की अपनी पहले से तैयारी करनी होती है और ये काम पूरे साल चलता है। उदाहरण के तौर पर राजस्थान के नवदीप गुलेछा जो कि इंग्लैंड से लौटे थे, उन्होंने जब खेती करने का मन बनाया तो पहले कृषि के बारे में जानकारी ली और सैंकड़ों किसानों से बात की और उनके अनुभव लिए। फिर आज जाकर वो एक सफल अनार उत्पादक हैं जिनका साल का टर्नओवर 1 से 1.5 करोड़ रुपये का है।

अपने क्षेत्र को समझें

कृषि की जानकारी के बाद आपको अपने क्षेत्र के बारे में समझना होगा कि आप वहां कब और क्या उगा सकते हैं। आपके क्षेत्र की मिट्टी कौन सी फसल की ज्यादा उपज देगी। इसके बाद आप डिमांड और सप्लाई के नियम पर जाएं। यानी आपको देखना होगा कि आपके क्षेत्र में ऐसी क्या चीज है जिसकी मांग ज्यादा है और उसकी पैदावर कम है।

नई तकनीक अपनाएं

एक सफल किसान बनने के लिए नई तकनीकों को अपनाना बहुत जरूरी है। जिस तरह से पानी की दुर्लभता बढ़ रही है, किसानों को समझना होगा कि वो कैसे पानी बचाएं। इसलिए तमाम किसान ड्रिप सिंचाई कर रहे हैं और साथ ही साथ जो बड़े स्तर पर फार्मिंग कर रहे हैं वो अपनी जमीन पर तालाब भी बनवा रहे हैं। जिससे की पानी का संचय किया जा सके।

तकनीक के हिसाब से खेती करने में पॉलीहाउस भी एक उदाहरण है। इसकी लागत एक साल में निकल आती है और इस तकनीक से खेती करने से किसानों को अच्छा फायदा होता है। मिट्टी की जांच करवाकर जरूर खेती करें। बड़े किसान तो सैटेलाइट की मदद भी ले रहे हैं जिससे उन्हें ये पता चलता है कि उनके कौन से खेत में पानी की कमी हो रही है और कहां पानी ज्यादा है।

लागत कम करने के लिए मार्केट में तरह तरह के उपकरण आ रहे हैं। इसरो के एक पूर्व साइंटिस्ट नितिन गुप्ता खेती के लिए तमाम उपकरण बनाते हैं। उन्होंने बताया कि कैसे किसान सेब तुड़ाई के बाद कुछ सेब छोड़ दिया करते थे क्योंकि वो उनकी पहुंच से दूर होते थे। लेकिन उन्होंने जब उन्हें उपकरणों को इस्तेमाल करना बताया तो उन्होंने बचे हुए सेब तोड़े और उनसे उन्हें करीब दो पेटी सेब का फायदा मिला। इसलिए टेक किसान बनना भी जरूरी है।

किस फील्ड में जाएं?

कृषि उद्योग एक बड़ा उद्योग है। इसमें सिर्फ खेती करना ही नहीं आता है। बल्कि पशुपालन, पोल्ट्री, मछली पालन इत्यादि भी हैं। इसलिए आपकी परिस्थितियों के हिसाब से आपको जो सूट करता है वो कीजिए। उदाहरण के तौर पर इंग्लैंड से पढ़ाई करके लौटी निक्की आज पीलीभीत में अपने पति के साथ डेयरी चला रही हैं। उन्होंने इसे एक स्टार्टअप के तौर पर लिया। वो ना सिर्फ दूध उत्पादन कर रही हैं बल्कि अपने यहां घी, दही, पनीर और खोया जैसी चीजें भी बनवा रही हैं। इसे उनकी डबल इनकम होती है।

नेटवर्किंग

नेटवर्किंग एक ऐसी चीज है जो हर क्षेत्र में काम आती है। किसान अपने उत्पादों के अच्छे से अच्छे दाम तभी प्राप्त कर सकता है जब उसके पास एक अच्छा नेटवर्क हो। उसे पता हो कि मार्केट में कौन से खरीदार हैं जो उसकी फसल का अच्छा मूल्य दे सकें। नेटवर्किंग सिर्फ खरीदारों की ही नहीं करनी है बल्कि अन्य सफल किसानों और ऐसे लोगों से जुड़ें जो आपको ये बताएं कि आपके क्षेत्र में आगे कैसे बढ़ा जा सकता है। आप दूसरे अन्य सफल किसानों से तकनीक और प्रेरणा हासिल कर सकते हैं।

हर परिस्थित के लिए रहें तैयार

एक्टर से किसान बने राजेश कुमार बताते हैं कि कैसे उनकी 17 एकड़ में लगाई गई फसल बर्बाद हो गई थी। क्योंकि पहले बाढ़ आई और फिर खेतों में आग लग गई। उन्हें पहले कृषि की जानकारी भी कम ही थी। सबसे पहले उन्होंने इस चीज को माना कि उन्हें जानकारी कम है और फिर उन्होंने इतने नुकसान के बाद दोबारा शुरुआत की। उन्होंने फिर एक फसल नहीं मल्टी क्रॉप का कॉन्सेप्ट अपनाया। इसके जरिए वो एक खेत में कई चीजों की खेती करने लगे। इसके बाद वो धीरे धीरे मुनाफे में आ गए।

वित्तीय समझ

अपने पैसों की लागत को जरूर मैनेज करें। अगर आपका मुनाफा भी होता है तो ये देखें कि उस पैसे को आपने अपनी पहले वाली फसल में ही आगे लगाना है या कुछ बिजनेस तैयार करना है।

सरकार भी किसानों के लिए प्रतिबद्ध रहती है। तरह तरह की योजनाएं और खेती किसानी सीखने के सेंटर हैं। आप उनसे जरूर मदद लें। जैसा कि लखनऊ के रहने वाले समीर चड्ढा ने किया था। वो बड़े पैमाने पर लेमन ग्रास की खेती कर मुनाफा कमाते हैं। लेकिन इससे पहले उन्होंने अपने नजदीकी कृषि सेंटर पर जाकर इसके बारे में जानकारी हासिल की और फिर इसकी खेती शुरू की।

आजकल युवाओं की संख्या भी खेती में बढ़ी है। अगर आप भी कृषि उद्योग में सफल होना चाहते हैं तो उपरोक्त बातों का जरूर ध्यान रखिए। आप सफल किसान बनकर दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।

कृप्या प्रतिक्रिया दें
+1
3
+1
0
+1
0
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments

विषय