अंजीर की खेती से पढ़ाई करते हुए कमा रहे हैं साढ़े 3 करोड़ रुपये, स्टूडेंट्स के रोल मॉडल बने आशुतोष

भारत में अंजीर की खेती काफी बड़े पैमाने पर की जाती है। पूरे देश के अलग अलग राज्यों में इसकी खेती की जाती है। इसमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं। अंजीर को लोग नॉर्मल खाना पसंद करते हैं, इसके अलावा अंजीर के कई तरह के प्रोडक्ट्स भी मार्केट में बिकते हैं जो लोगों को काफी भाते हैं। अंजीर के बगीचे लगाकर बहुत से किसान लाखों ही नहीं बल्कि करोड़ों में कमाई कर रहे हैं। इन्हीं में से एक किसान आशुतोष हैं जो कि अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अंजीर की खेती करते हैं और उसके प्रोडक्ट बनाकर साल में करोड़ों की कमाई भी कर रहे हैं।

गांव खुशालीपुर, जिला सहारनपुर के रहने वाले आशुतोष पिछले चार साल से अंजीर की खेती कर रहे हैं। वह देहरादून के एक कॉलेज में पढ़ते हैं और फिलहाल एमएससी फूड टेक्नोलॉजी कर रहे हैं। उनके पिता साल 2011 से ही अंजीर की खेती कर रहे थे जिससे उनको भी इस काम में रुचि हुई। उन्होंने किसान संवाद टीवी से बताया कि वो बचपन से पिता को खेती बाड़ी का काम करते देखते थे और उन्हीं को देखकर अंजीर की खेती करने का फैसला भी किया। इसलिए कॉलेज में भी आकर उन्होंने इसी से संबंधित सब्जेक्ट चुना।

सीधे नहीं प्रोसेस करके बेचते हैं अंजीर


आशुतोष ने बताया, ”मेरे पास अभी 13 बीघा में अंजीर लगा है। मैं इसकी खेती और प्रोसेसिंग दोनों देखता हूं।” आशुतोष सीधे अंजीर मार्केट में नहीं बेचते हैं। बल्कि इसके लिए उन्होंने एक प्रोसेसिंग यूनिट तैयार की है। अकसर ही देखा गया है कि किसान अगर अपने प्रोडक्ट को सीधे बेचने की बजाय प्रोसेस करके, उसका प्रोडक्ट बनाकर बेचते हैं तो उन्हें अच्छी कमाई होती है। यही आशुतोष ने भी किया।

उन्होंने बताया, ”हम अंजीर की चटनी, अंजीर हेल्थ टॉनिक, अंजीर का शरबत जो कि गुलाब शरबत की तरह होता है, ये सब बनाते हैं। हम करीब डेढ़ सौ प्रोडक्ट बनाने वाले हैं। हमारा प्रोडक्ट रॉयल फूड्स नाम के ब्रांड से बिकता है।”

लेकिन वो इतना सब मैनेज कैसे करते हैं, तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि उनका कॉलेज देहरादून में है जो कि उनके यहां से थोड़ा पास ही पड़ जाता है। इसलिए वो अप डाउन कर लेते हैं। घर आने के बाद और छुट्टियों में वो खेती और प्रोसेसिंग के काम को देखते हैं।

साढ़े तीन करोड़ होती है कमाई
आशुतोष 13 बीघे में बोई गई अंजीर को उगाने और प्रोसेस करने के बाद सालाना फिलहाल साढ़े तीन करोड़ की कमाई कर रहे हैं। वहीं अपनी यूनिट में उन्होंने 5 लोगों को रोजगार भी दिया हुआ है। वहीं सीजन के हिसाब से वो और भी लोगों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार देते रहते हैं।

आशुतोष ने प्रोसेसिंग के लिए कोई ऑटोमशीन नहीं लगाई है। उन्होंने कहा, ”मैनुअल तरीके से ही प्रोसेसिंग की जा रही है। इसलिए इसमें ज्यादा बड़ी कोई मशीनरी नहीं चलती है। ग्राइंडर का ही मेन खर्चा है जो कि 50-60 हजार का आ जाता है।”

मार्केट एनालिसिस है जरूर


आशुतोष ने अपने मुनाफा वाली बात पर कहा कि लोगों को ये तलाशना चाहिए कि वो अपना माल कहां बेच सकते हैं। वो कहां कि मार्केट में अपनी चीजें बेचे जिससे उन्हें मुनाफा हो। क्योंकि खेती को वो इतना मुश्किल नहीं बताते हैं। आशुतोष कहते हैं, ”अंजीर की खेती मुश्किल नहीं है। इसे कहां बेचेंगे, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। पेड़ लगाना पैदावार करना आसान है। लेकिन इसको बेचना बड़ा कठिन है।” उन्होंने कहा कि मार्केट एनलाइज करना बहुत जरूरी है, तभी आप मुनाफा कमा पाएंगे।

आप कैसे कर सकते हैं अंजीर की खेती


अंजीर के पौधे की ऊंचाई 8 से 12 फीट होती है। एक पौधे से 1 साल में 21 से 25 किलो तक फल मिल सकते हैं। अगर आप भी अंजीर की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको यहां कुछ बातें बताने जा रहे हैं। जिससे की अगर आप खेती करते हैं तो आप भी अच्छा पैसा कम सकते हैं। सबसे पहले तो शुष्क और आर्द्र जलवायु इसके लिए काफी बेहतर होती है। वहीं आपको जल निकासी वाली उपजाऊ दोमट मिट्टी की जरूरत होती है जिसका पीएच लेवल 6 से 7 होना चाहिए। इसके तापमान की बात की जाए तो 25 से 35 डिग्री तक का तापमान उपयुक्त माना जाता है।

पौधे लगाने के लिए तैयारी
जहां अंजीर के पौधे लगाने जा रहे हैं, वहां आपको अच्छे से खेत की 2 से 3 बार तिरछी जुताई कर लेनी है। रोटावेटर की मदद से मिट्टी को भुरभुरी बना लें और फिर खेत में पाटा लगाकर समतल बना लें। पौधे लगाने के लिए आपको 5-5 मीटर की दूरी पर गढ्ढे बना लेने हैं। इसके बाद अंजीर के पौधे लगाकर हल्की सिंचाई करनी चाहिए।

अंजीर लगाने के लिए बारिश का मौसम सबसे बढ़िया होता है। लेकिन फरवरी-मार्च में भी आप इसके पौधे लगा सकते हैं। बारिश में तो ज्यादा सिंचाई की जरूरत नहीं होती। लेकिन गर्मियों में आपको एक हफ्ते में दो बार सिंचाई करनी होती है। जबकि सर्दियों में 15 से 20 दिन में एक बार सिंचाई कर सकते हैं।

पौधे की पहली छंटाई एक साल बाद कर देनी चाहिए। ध्यान रहे कि एक मीटर तक कोई नई शाखा ना आए। लेकिन पौधे की हाइट ज्यादा लंबे होने पर भी उसे ऊपर से काट देना चाहिए।

एक बार फल आने के बाद उनकी तुड़ाई तभी करनी चाहिए जब फल पक जाएं। कच्चे फल तोड़ने से वो पूरी तरह नहीं पकते हैं। इसलिए अगर अच्छा मुनाफा कमाना है और गुणवत्ता वाला फल रखना है तो उसे पेड़ में पकने के बाद ही तोड़ें।

अंजीर की किस्में
अंजीर में भी कई प्रकार की किस्में होती हैं। इसमें अगर उन्नत किस्मों की बात करें तो आप पंजाब अंजीर, पुणे अंजीर, मार्शलीज अंजीर और पुणेरी अंजीर की खेती कर सकते हैं। इसके अलावा अफगानी किस्मों से भी लोग काफी कमाई कर रहे हैं।

एक हेक्टेयर में आप करीब 250 अंजीर के पौधों लगाएं। अंजीर का फल गुणवत्ता के हिसाब से 500 रुपये से 800 रुपये प्रति किलो तक बिकता है। इस हिसाब से किसान अंजीर की 1 हेक्टेयर खेती से सालाना 25 से 30 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। बता दें कि अगर आप एक बार अंजीर का पौधा लगाते हैं तो इससे 15 साल तक फल ले सकते हैं।

कृप्या प्रतिक्रिया दें
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