7 बिजनेस , जिनसे किसान कर सकते है घर बैठ कर अच्छी कमाई

भारत में लोग सबसे ज्यादा कृषि पर निर्भर रहते हैं जिसमें वो फसल और फल वगैरह की खेती करते हैं। लेकिन कई किसान सिर्फ खेतीबाड़ी से मुनाफा नहीं निकाल पाते हैं। इसलिए जरूरत है कि वो खेती के साथ-साथ खेती से जुड़ा कोई और बिजनेस भी करें। ताकि उनकी कमाई बढ़ सके। इसके लिए आज हम किसानों के लिए कुछ ऐसे बिजनेस बताने जा रहे हैं जिन्हें वो घर पर शुरू कर सकते हैं और ये उनके लिए अच्छी साइड इनकम हो सकती है। कई केस में तो ये भी है कि ये उनका मेन बिजनेस भी है, जबकि खेती उनका साइड बिजनेस हो गया है।

1. जैविक खाद


कृषि क्षेत्र में जैविक खेती का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए जैविक या ऑर्गनिक खाद की डिमांड भी बढ़ रही है। किसान ज्यादा से ज्यादा जैविक खेती करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि इससे फसल उत्पादन शुद्ध होता है जो कि स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। इन फसलों की बाजार में अच्छी कीमत भी मिलती है।

बड़े किसानों को खासतौर से जैविक खाद की जरूरत होती है। जिसमें वर्मीकंपोस्ट और कंपोस्ट जैसी खाद शामिल हैं। वहीं लोगों ने भी अपने घरों की छतों या अपने गार्डन में भी जैविक खेती करना शुरू किया और वो भी ऑर्गनिक खाद का इस्तेमाल करते हैं।

जैविक खाद की इतनी डिमांड के चलते आप छोटे स्तर से इसे शुरू कर सकते हैं। आप 4-5 कंपोस्टिंग बैड से शुरू कर सकते हैं। इसमें करीब 15-20 हजार रुपए की लागत आती है। वहीं अगर आप 100 कंपोस्टिंग बैड लगाते हैं तो इससे साल में करीब 10 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। खेती के साथ आप इस काम को शुरू कर सकते हैं।

2. बीज उत्पादन


किसानों को हर बार फसल के लिए बीजों की जरूरत होती है। कुछ किसान हर बार एक ही फसल नहीं उगाते, इसिलए वो दूसरी तरह के बीज भी बाजार से लाते हैं। किसान खेती के अलावा बीज बेचने का भी काम कर सकते हैं। कई सरकारी केंद्रों से भी बीज लिए जा सकते हैं। वहीं कुछ किसान खुद ही बीज उत्पादन करते हैं वो सरकार से मान्यता प्राप्त जरूर कर लें। क्योंकि सरकारी मान्यता प्राप्त बीजों के केंद्रों से ही बीज लेने की सिफारिश की जाती है।

3. मिट्टी परीक्षण केंद्र


मिट्टी परीक्षण केंद्र कमाई का एक ऐसा कारगर तरीका है जिसके बारे में एक बार सीखकर युवा किसान बड़े आराम से अपनी कमाई में इजाफा कर सकते हैं। मिट्टी परीक्षण केंद्र दो तरह से खोला जा सकता है। एक तो आप इसे किसी एक कमरा लेकर शुरू कर सकते हैं। वहीं पर किसान अपनी मिट्टी लाकर मिट्टी की जांच करवा सकते हैं।

जबकि आजकल मोबाइल मिट्टी परीक्षण केंद्र का भी कॉन्सेप्ट आ गया है। अपनी बाइक या वैन लेकर भी जांचकर्ता गांव गांव जाकर ये काम कर सकता है। इसके लिए वो अपना फोन नंबर आसपास के गांव में दे सकता है और लोग उसे जरूरत अनुसार बुला सकते हैं।

पंचायत स्तर पर मिनी मिट्टी जांच केंद्र खोलने के लिए करीब 5 लाख रुपये का खर्च आ सकता है। लेकिन घबराएं नहीं इसके लिए सब्सिडी भी मिलती है। अगर आप सॉइल हेल्थ कार्ड योजना के तहत मिट्टी जांच केंद्र खोलते हैं, तो आपको 75 फीसदी की सब्सिडी मिलेगी। यानी आपको 1.25 लाख रुपये खर्च करने होंगे जबकि सरकार की तरफ से आपको 3.75 लाख रुपये की सब्सिडी मिल जाएगी।

4. प्रोसेसिंग यूनिट


प्रोसेसिंग यूनिट आप किसी भी चीज की लगा सकते हैं। मान लीजिए की अगर आप गेंहू-मक्का वगैरह उगाते हैं तो आटा या दलिया बेच सकते हैं। वहीं अगर आप डेयरी फार्मिंग करते हैं तो अपने फार्म के दूध से खोया, पनीर, घी, मक्खन इत्यादि बनाकर बेच सकते हैं। इसमें एक फायदा ये भी होता है कि इन प्रोडक्ट्स को आप अपने ब्रांड के नाम से भी बेच सकते हैं। आगे चलकर आप अलग अलग जगहों पर यूनिट लगाकर इसे बड़ा बिजनेस भी बना सकते हैं।

अगर कोई किसान खुद प्रोसेसिंग यूनिट नहीं लगवा पाता है तो वो अपने आसपास की यूनिट में जाकर भी अपनी अपनी फसल से प्रोडक्ट बनवा सकता है। मान लीजिए कि अगर आप लेमन ग्रास की खेती करते हैं तो अपने पास की मशीन में जाकर इसका तेल निकलवा सकते हैं। तो आप अगर सीधा लेमन ग्रास की जगह ये तेल बेचेंगे तो इसमें ज्यादा फायदा होगा।

5. नर्सरी


किसान अपनी खेती के साथ-साथ नर्सरी भी शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आप ये जरूर देख लें कि आपके आसपास किन पौधों की ज्यादा मांग रहती है। नर्सरी से बागवानी से लेकर खेती तक के लिए पौध ले जाई जाती है। जिन्हें रोपाई करके आगे किसान अपनी फसल उगाते हैं। आप चंदन, महोगनी, आम, चीकू, आड़ू जैसे कई फलों की नर्सरी बना सकते हैं। अगर आपके आसपास किसान फूलों की खेती करते हैं तो आप फूलों की नर्सरी भी तैयार कर सकते हैं। कुछ किसान अगर शहर के आसपास रहते हैं तो वहां फूलों और सब्जियों की नर्सरी अच्छी चलेगी क्योंकि आजकल शहर के लोगों में छत पर बागवानी करने और फूल लगाने का काफी शौक बढ़ा है। कई ऐसे उदाहरण हैं जहां किसान अपनी खेती से ज्यादा नर्सरी में ज्यादा पैसे कमा रहे हैं।

6. मोती पालन


मोती पालन किसानों के लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। दरअसल मोती पालन वैसे तो तालाब में किया जाता है लेकिन आप छोटे स्तर पर इसे सीमेंट का गड्ढा बनवाकर भी शुरू कर सकते हैं। 20 हजार की लागत से भी आप मोती पालन शुरू कर सकते हैं। एक सीप से दो मोती निकलते हैं जिनकी कीमत 100 से 150 रुपये तक होती है। अगर आप एक एकड़ के तालाब में 25 से 30 हजार सीपियां डालता हैं तो इससे लगभग 25 लाख रुपए की सालाना कमाई हो सकती है।

7. मधुमक्खी पालन


किसान आजकल खेतों के बगल में मधुमक्खी पालन भी करने लगे हैं। इस काम में भी काफी मुनाफा है। मार्केट में वैसे भी शुद्ध शहद की काफी कमी है। आप छोटे पैमाने पर 10 बॉक्स के साथ इसे शुरू कर सकते हैं। वहीं कुछ किसान बड़े पैमाने पर 1000 बॉक्स के साथ मधुमक्खी पालन कर रहे हैं और इससे लाखों की कमाई कर रहे हैं। सरकार भी इस काम के लिए 2 से 5 लाख तक का लोन देती है।

ये कुछ बिजनेस हैं जिन्हें किसान खेतीबाड़ी के अलावा शुरू कर सकते हैं लेकिन याद रहे कि इनके लिए उन्हें ट्रेनिंग जरूर लेनी चाहिए। क्योंकि बिना ट्रेनिंग के आप कुछ गलतियां कर बैठेंगे जिसकी वजह से आपको अच्छा मुनाफा नहीं मिलेगा। ये ट्रेनिंग आराम से मिल जाएगी क्योंकि सरकार खुद इन बिजनेस को बढ़ावा दे रही है। आप इन सब चीजों के लिए अपने आसपास के किसान सुविधा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं। सरकार कई योजनाओं के तहत ट्रेनिंग मुफ्त में ही देती है।

कृप्या प्रतिक्रिया दें
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