DSR तकनीक से लगाएं धान, लागत में आएगी कमी, बचेगा पानी

इसमें रोपाई तकनीक नहीं बल्कि सीधे बीज को खेतों में बोया जाता है। इसे सीधी बुआई तकनीक भी कहा जाता है।

DSR तकनीक

एक होती है गीली सीधी बुआई तकनीक और दूसरी है सूखी सीधी बुआई तकनीक।

दो तरह की DSR तकनीक

गीली में 46 और सूखी सीधी बुआई में 60 प्रतिशत लेबर कम लगती है। साथ ही मीथेन गैस का उत्सर्जन कम होता है।

फायदा

पारंपरिक रोपाई की तुलना में DSR तकनीक में 12-35 परसेंट पानी की बचत होती है।

पानी की बचत

इसमें खेत में न्यूनतम जुताई करके पावर चलित सीड ड्रिल से धान की सीधी बुवाई की जाती है।

सूखी सीधी बुवाई

इसमें खेत में पडलिंग के बाद अंकुरित बीजों की बुवाई की जाती है।  अंकुरित बीजों को मिट्टी की सतह पर बोया जाता है।

गीली सीधी बुवाई

DSR तकनीक से बुवाई का सही समय मानसून से लगभग 10-15 दिनों पहले होता है। इससे बारिश का पानी ज्यादा इस्तेमाल कर पाएंगे।

कब करें सीधी बुवाई?