केले की
ये वैराइटी
बना देगी
मालामाल
, रोग लगने का भी नहीं है
झंझट
टिश्यू कल्चर तकनीक से तैयार हुए पौधों से केले की अच्छी खासी पैदावार मिलती है।
टिश्यू कल्चर तकनीक
इस तकनीक से तैयार हुए पौधों में रोग ना के बराबर लगता है और केले भी बढ़िया होते हैं।
रोग से छुटकारा
टीश्यू कल्चर वाले केले के पौधे पारंपरिक पौधों के मुकाबले करीब 2 महीने पहले ही तैयार हो जाते हैं।
जल्द तैयार होता है पौधा
नर्सरी से इस तकनीक का पौधा लाएं तो ऊंचाई 30 सेमी और तने की मोटाई 6 सेमी होनी चाहिए।
कैसी हो पौध
टिश्यू कल्चर तकनीक के केले वाले पौधे लगाने के लिए सबसे अच्छा समय अगस्त का महीना होता है।
कब करें रोपाई
रोपाई कर रहे गड्ढों में किसान कंपोस्ट खाद, नीम की खली और सिंगल सुपर फास्फेट डाल सकते हैं।
ये डालें खाद
टिश्यू कल्चर से तैयार पौधों की औसत उपज 30-35 किलोग्राम प्रति पौधा तक हो सकती है।
कितनी पैदावार
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