किसान DSR विधि से लगाएं धान, कम खर्च में मिलेगी तीन गुना पैदावार

इसे DSR विधि भी कहते हैं। जिसमें धान की रोपाई की जगह सीधे खेत में बीज बोए जाते हैं।

सीधी बुवाई विधि

DSR विधि दो तरह की होती है। एक में नमी वाले खेत में बीज बोए जाते हैं। दूसरे में अंकुरित बीजों को ड्रिल से बोते हैं।

दो तरह की विधि

DSR विधि के लिए जीरो टिल ड्रिल, मल्टीक्राप और सुपरसीड जैसी मशीनों को उपयोग होता है। 

मशीनों का उपयोग

DSR विधि में पानी, लागत, समय और मेहनत कम लगता है।

फायदे

रोपण विधि में जो एक महीना पहले से नर्सरी तैयार की जाती है, उसका झंझट इसमें नहीं रहता।

रोपाई से छुटकारा

DSR विधि में एक एकड़ में करीब 8 किलो बीज का इस्तेमाल होता है। लेकिन बीज उपचार जरूर कर लें।

कितना लगता है बीज

DSR विधि में धान 7 से 10 दिन पहले ही पक जाता है। फिर आप रबी की फसल समय से बो सकते हैं।

जल्दी आती है फसल